Alka Yagnik and बाबुल सुप्रियो - Hum Tum
है है है है है है है है हाँ हाँ हाँ
सांसों को सांसों
में ढलने दो जरा
हम्म्म हम्म्म हम्म्म हम्म्म लाला ला ला लाला
सांसों को सांसों
में ढलने दो जरा
धीमी सी धड़कन
को बढ़ने दो ज़रा
लम्हों की गुज़ारिश है
यह पास आ जाए
हम हम तुम
तुम हम तुम
आँखों में हुमको
उतरने दो ज़रा
बाहों में हमको
पिघलने दो ज़रा
लम्हों की गुज़ारिश है
यह पास आ जाए
हम हम तुम
तुम हम तुम
सांसों को सांसों
में ढलने दो जरा आ आ
सलवटें कहीं करवटे कहीं
फैल जाए काजल भी तेरा
नज़रों में हो गुज़रथा हुआ
ख्वाबों का कोई काफिला आ आ
जिस्मो को रूहो
को जले दो ज़रा
शर्मो हया को
मचलने दो ज़रा
हो लम्हों की गुज़ारिश है
यह पास आ जाए
हम हम तुम
तुम हम तुम
सांसों को सांसों
में ढलने दो जरा आ आ
ये ये ये ये ये ये ये
वोवोवो वोवोवो वोवोवो
हैया हैया हा हा हा हा
छूलों बदन
मगर इस तरह
जैसा सुरीला साज़ हो
अँधेरे छुपे
तेरे ज़ुल्फ़ में
खोलो के रात आज़ाद हो
आँचल को सीने से
ढलने दो जरा
शबनम की बूँदें
फिसलने दो ज़रा आ आ
लम्हों की गुज़ारिश है
यह पास आ जाए
हम हम तुम
तुम हम तुम
सांसों को सांसों
में ढलने दो जरा
बाँहों में हमको
पिघलने दो ज़रा आ आ
लम्हों की गुज़ारिश है
यह पास आ जाए
हम हम तुम
तुम हम तुम
हम हम तुम
तुम हम तुम
हम तुम हम तुम
हम हम तुम
Written by:
JATIN LALIT
Publisher:
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