Swati Sharma - Humsafar

हमसफ़र ये तड़प है प्यार की
हर कदम ज़िन्दगी पुकारती मुझसे
अब तन्हा तेरे बिना रहा जाए ना
हमसफ़र ये तड़प है प्यार की

मैं नदी हूँ प्यास की
अब्र तू है प्यार का
मैं नदी हूँ प्यास की
अब्र तू है प्यार का
बन के तू सैलाब आ
इश्क़ के ख़ुमार का
यहाँ वहाँ ढूँढू तेरे निशाँ
तू है जहाँ मुझको भी ले जा वहाँ
हमसफ़र ये तड़प है प्यार की

आ जरा बदन तेरा
ओढ़ लूँ बदन पे मैं
आ जरा बदन तेरा
ओढ़ लूँ बदन पे मैं
फिर कभी जलूं नहीं
हिज़्र की अगन में मैं
रोती रही रुकता है अब ये जिया
बाहों में मुझको तू भर ले पिया
हमसफ़र ये तड़प है प्यार की
हर कदम ज़िन्दगी पुकारती मुझसे
अब तन्हा तेरे बिना रहा जाए ना
हमसफ़र ये तड़प है प्यार की

Written by:
Devendra Kafir

Publisher:
Lyrics © Raleigh Music Publishing LLC

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Swati Sharma

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