Mithoon, Sukhwinder Singh, Richa Sharma and Piyush Mishra - Hunkara

हो गिरा धड़क धड़क धड़क
उठा धमक धमक धमक
देखो चमक चमक यह ताररा

गिरा धड़क धड़क उठा धमक धमक
देखो चमक चमक यह तारा
हो गिरा धड़क धड़क उठा धमक धमक
देखो चमक चमक यह तारा

इस जंगल में शेर कभी
इक ज़बरदस्त चिंघाड़ा था
हो गिरा धड़क धड़क उठा धमक धमक
देखो चमक चमक यह तारा
वो मस्त आसमान उँचा चूमे
जाबर जाबर हुंकारा था
हो गिरा धड़क धड़क उठा धमक धमक
देखो चमक चमक यह तारा

गले में उसके नही थी माला
सर पे कोई ताज नही
लेकिन मिज़ाज था ऐसा उसका
जंगल का सरताज वोही

हो गिरा धड़क धड़क उठा धमक धमक
देखो चमक चमक यह तारा
हो गिरा धड़क धड़क उठा धमक धमक
देखो चमक चमक यह तारा
हो गिरा धड़क धड़क उठा धमक धमक
देखो चमक चमक यह तारा
गिरा धड़क धड़क उठा धमक धमक
देखो चमक चमक यह तारा

यह आया ओढ़ा के सर पे कफ़न
करेगा गमों को ज़िंदा दफ़न
के बनके बलि कहर की ज़मीन
को देगा शिफा यह बनके मरहम

हर चूहे की धड़ लोमद
जुंगली सांड़ की बारी आएगी
आएगी, आएगी
जो सीधे टकराए तो बोलूं
मौत भी प्यारी आएगी

के हर एक दिशा बारूद उड़ा
तो फिरते फिरते जाएगा
फिर ताल थोक बिजली आए तो
बिजली से टकराएगा

गिरा धड़क धड़क उठा धमक धमक
देखो चमक चमक यह तारा
हो गिरा धड़क धड़क उठा धमक धमक
देखो चमक चमक यह तारा
हो गिरा धड़क धड़क उठा धमक धमक
देखो चमक चमक यह तारा
गिरा धड़क धड़क उठा धमक धमक
देखो चमक चमक यह तारा

आसमान के पार चला
चीख के यह याल्गार चला
आयेज बढ़ते हर दुश्मन को
चियर के यह हथियार चला

खंजर है पीठ में गहरा
घाना चाहे अंधेरा
फिर भी ज़िद पे ज़िंदा जो
कहलाए वो शमशेरा, शमशेरा
खंजर है पीठ में गहरा
घाना चाहे अंधेरा
फिर भी ज़िद पे ज़िंदा जो
कहलाए वो शमशेरा

यह आया ओढ़ा के सर पे कफ़न
करेगा गमों को ज़िंदा दफ़न
के बनके बलि कहर की ज़मीन
को देगा शिफा यह बनके मरहम

Written by:
Piyush Mishra

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Mithoon, Sukhwinder Singh, Richa Sharma and Piyush Mishra

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