Kishore Kumar and Laxmikant Pyarelal - Insanon Se Jaanwar Achhe Hote Hai
बड़े नेक बड़े सीधे बड़े सच्चे होते है
इंसानों से जानवर अच्छे होते है
इंसानों से जानवर अच्छे होते है
बड़े नेक बड़े सीधे बड़े सच्चे होते है
इंसानों से जानवर अच्छे होते है
इंसानों से जानवर अच्छे होते है
यह प्यार के भूखे यार हो
जानवर दसे तो उसकी कोई दवा तो है
इंसान के कते की कोई दवा नहीं
जानवर के पंजे से तो बच गए कई
इंसान के पंजे से कोई बचा नहीं
ये मीट ऋषियो के ये फकीरो के साथी
ये जालिमो के दर हो गए है बनवासी
हो गए है बनवासी
बेगुनाह मासूम जैसे बच्चे होते है
इंसानों से जानवर अच्छे होते है
इंसानों से जानवर अच्छे होते है
जंगल को बसाये फिर भी यह
जंगल को बसाये फिर भी यह
वैह्सी दरिन्दा कहलाये
बस्तिया उजड़े इंसा तो तहजीब का पुतला कहलाये
तहजीब का पुतला कहलाये
और यह वफ़ा के पुतले तो निहथे होते है
इंसानों से जानवर अच्छे होते है
इंसानों से जानवर अच्छे होते है.
बड़े नेक बड़े सीधे बड़े सच्चे होते है
इंसानों से जानवर अच्छे होते है
इंसानों से जानवर अच्छे होते है
Written by:
LAXMIKANT PYARELAL, MAJROOH SULTANPURI
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find