Lata Mangeshkar and नितिन मुकेश - Is Jahan Ki Nahi Hai
आ आ आ आ
ओ हो हो ओ हो हो
इस जहाँ की नहीं हैं तुम्हारी आँखे
इस जहाँ की नहीं हैं तुम्हारी आँखे
आसमान से यह किसने उतारी आँखें
आये हैं हम जहाँ में तुम्हारे लिए
आये हैं हम जहाँ में तुम्हारे लिए
हैं तुम्हारे लिए ही हमारी आँखे
इस जहाँ की नहीं हैं तुम्हारी आँखे
आसमान से ये किसने उतारी आँखें
दो जहाँ दे के ले लू तोह सस्ती हैं ये
दो जहाँ दे के ले लू तोह सस्ती हैं ये
दो जहाँ से भी प्यारी तुम्हारी आँखे
दो जहाँ से भी प्यारी तुम्हारी आँखे
आसमान से ये किसने उतारी आँखें
आये हैं हम जहाँ में तुम्हारे लिए
हैं तुम्हारे लिए ही हमारी आँखे
आ आ आ आ
रहते हो आँखों में तुम हे अब्ब रात दिन
रहते हो आँखों में तुम हे अब्ब रात दिन
अब तोह घर है तुम्हारा हमारी आँखें
अब तोह घर है तुम्हारा हमारी आँखें
हैं तुम्हारे लिए ही हमारी आँखे
इस जहाँ की नहीं हैं तुम्हारी आँखे
आसमान से ये किसने उतारी आँखें
आ आ आ आ
दुनियावालो से रखना बचा कर इन्हे
दुनियावालो से रखना बचा कर इन्हे
न चुराले कोई ये तुम्हारी आँखे
न चुराले कोई ये तुम्हारी आँखे
आसमान से ये किसने उतारी आँखें
आये हैं हम जहाँ में तुम्हारे लिए
आये हैं हम जहाँ में तुम्हारे लिए
हैं तुम्हारे लिए ही हमारी आँखे
इस जहाँ की नहीं हैं तुम्हारी आँखे
आसमान से ये किसने उतारी आँखें
हैं तुम्हारे लिए ही हमारी आँखे
आसमान से ये किसने उतारी आँखें
हैं तुम्हारे लिए ही हमारी आँखे
आसमान से ये किसने उतारी आँखें
हैं तुम्हारे लिए ही हमारी आँखे
Written by:
NAGRATH RAJESH ROSHAN, SHYAMLAL HARLAL RAI INDIVAR
Publisher:
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