Asha Bhosle and भूपिंदर सिंह - Jab Andhera Hota Hai [Version 1]

जब अँधेरा होता है आधी रात के बाद
एक चोर निकलता है, काली सी सड़क पे
ये आवाज़ आती है

चोर-चोर, चोर-चोर, चोर-चोर, चोर-चोर

शहरों की गलियों में जब अँधेरा होता है
आधी रात के बाद
एक चोर निकलता है, काली सी सड़क पे
ये आवाज़ आती है

चोर-चोर, चोर-चोर, चोर-चोर चोर-चोर

शहरों की गलियों में
जब अँधेरा होता है
आधी रात के बाद
एक चोर निकलता है, काली सी सड़क पे

लोग बंद कमरो में चैन से जब सोते हैं
लोग बंद कमरो में चैन से जब सोते हैं
ये जागता है, सारी रात भागता है
ताले टूटे होते हैं, जब सवेरा होता है या
प पा र पा पा पा प प रा पा पा (प पा र पा पा पा प प रा पा पा )
ये आ आ आ आ (ये आ आ आ आ)

Written by:
ANAND BAKSHI, RAHUL DEV BURMAN, Gourav Dasgupta, Shellee Shellee

Publisher:
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Asha Bhosle and भूपिंदर सिंह

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