Hariharan - Jab Bhi Miltey Ho
जब भी मिलते हो मुस्कुराते हो
जब भी मिलते हो मुस्कुराते हो
इतनी खुशियाँ कहाँ से लाते हो
जब भी मिलते हो मुस्कुराते हो
इतनी खुशियाँ कहाँ से लाते हो
जब भी मिलते हो मुस्कुराते हो
रोज़ करते हो एक नया वादा
रोज़ करते हो एक नया वादा
रोज़ एक वादा भूल जाते हो
रोज़ एक वादा भूल जाते हो
इतनी खुशियाँ कहाँ से लाते हो
जब भी मिलते हो मुस्कुराते हो
पास आने में कुछ मज़े भी हैं
पास आने में कुछ मज़े भी हैं
दूर से क्या फरेब खाते हो
दूर से क्या फरेब खाते हो
इतनी खुशियाँ कहाँ से लाते हो
जब भी मिलते हो मुस्कुराते हो
मेरी यादों की रह गुज़र में शकी
मेरी यादों की रह गुज़र में शकी
तुम हज़ारों दीए जलाते हो
तुम हज़ारों दीए जलाते हो
इतनी खुशियाँ कहाँ से लाते हो
जब भी मिलते हो मुस्कुराते हो
इतनी खुशियाँ कहाँ से लाते हो
जब भी मिलते हो मुस्कुराते हो
Written by:
SHAKIL AZMI, HARIHARAN, Hariharan Anantha
Publisher:
Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC
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