तालात महमूद - Jalte Hain Jiske Liye

जलते है जिसके लिए
तेरी आँखों के दिये
ढूँढ लाया हूँ
वही गीत मैं तेरे लिए
जलते है जिसके लिए
जलते है जिसके लिए
तेरी आँखों के दिये
ढूँढ लाया हूँ
वही गीत मैं तेरे लिए
जलते है जिसके लिए

दर्द बनके जो मेरे
दिल में रहा ढल ना सका
जादू बनके तेरी आँखों
में रुका चल ना सका
दर्द बनके जो मेरे
दिल में रहा ढल ना सका
जादू बनके तेरी आँखों
में रुका चल ना सका
आज लाया हूँ वही
गीत मैं तेरे लिए
जलते है जिसके लिए

दिल में रख लेना इसे
हाथों से ये छूटे न कही
गीत नाज़ुक है मेरा
शीशे से भी टूटे न कही
दिल में रख लेना इसे
हाथों से ये छूटे न कही
गीत नाज़ुक है मेरा
शीशे से भी टूटे न कही
गुनगुनाऊगा यही
गीत मैं तेरे लिए
जलते है जिसके लिए

जब तलक ना ये तेरे
रस के भरे होठो से मिले
यूँ ही आवारा फिरेगा
ये तेरी जुल्फों के तले
जब तलक ना ये तेरे
रस के भरे होठो से मिले
यूँ ही आवारा फिरेगा
ये तेरी जुल्फों के तले
गाये जाउगा यही
गीत मैं तेरे लिए
जलते है जिसके लिए
तेरी आँखों के दिये
ढूँढ लाया हूँ
वही गीत मैं तेरे लिए
जलते है जिसके लिए

Written by:
MAJROOH SULTANPURI, S.D. BURMAN

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

Lyrics powered by Lyric Find

तालात महमूद

View Profile