Sharon Prabhakar - Jane Man Samjho Ishare
जानेमन समझो इशारे
ओ जानेमन दिल ये पुकारे
जानेमन क्या जिए बिन तुम्हारे
जानेमन समझो इशारे
ओ जानेमन दिल ये पुकारे
जानेमन क्या जिए बिन तुम्हारे
रंग मैं दुबई रात हसी हैं
महफ़िल जावा हैं तू भी यहीं हैं
तेरी कसम दिल बस में नहीं हैं
बस में नहीं हैं
जानेमन समझो इशारे
ओ जानेमन दिल ये पुकारे
जानेमन क्या जिए बिन तुम्हारे
आजा मैं दे डून कोई निशानी
च्छू कर तो देखो मेरी जवानी
रातो में जागी कोई कहानी
कोई कहानी हाए
जानेमन समझो इशारे
ओ जानेमन दिल ये पुकारे
जानेमन क्या जिए बिन तुम्हारे
चाहू तो तेरी दुनिया भुला लून
चाहू तो तुझको जीना सीखा डून
जीने में क्या हैं मारना सीखा डून
मारना सीखा डून हाए
जानेमन समझो इशारे
ओ जानेमन दिल ये पुकारे
जानेमन क्या जिए बिन तुम्हारे
जानेमन समझो इशारे
ओ जानेमन दिल ये पुकारे
जानेमन क्या जिए बिन तुम्हारे.
Written by:
ANU MALIK, KUDALKAR LAXMIKANT, N/A GULREJ
Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Royalty Network
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