Jagjit Singh, एस. डी. बर्मन and Deepak Pandit - Jane Woh Kaise Log The [Pyaasa]

जाने वो कैसे लोग थे जिनके
प्यार को प्यार मिला
जाने वो कैसे लोग थे जिनके
प्यार को प्यार मिला
हमने तो जब कलियाँ माँगी
काँटों का हार मिला
जाने वो कैसे लोग थे जिनके
प्यार को प्यार मिला

खुशियों की मंज़िल ढूँढी तो
ग़म की गर्द मिली
खुशियों की मंज़िल ढूँढी तो
ग़म की गर्द मिली
चाहत के नग़मे चाहे तो
आँहें सर्द मिली
दिल के बोझ को धुँधला
कर गया जो ग़मखार मिला
हमने तो जब कलियाँ माँगी
काँटों का हार मिला
जाने वो कैसे लोग थे जिनके
प्यार को प्यार मिला

बिछड़ गया, बिछड़ गया
बिछड़ गया हर साथी देकर
पल दो पल का साथ
किसको फ़ुरसत है जो थामे
दीवानों का हाथ
हमको अपना साया तक
अक़सर बेज़ार मिला
हमने तो जब कलियाँ माँगी
काँटों का हार मिला
जाने वो कैसे लोग थे जिनके
प्यार को प्यार मिला

इसको ही जीना कहते हैं
तो यूँही जी लेंगे
इसको ही जीना कहते हैं
तो यूँही जी लेंगे
उफ़ न करेंगे लब सी लेंगे
आँसू पी लेंगे
ग़म से अब घबराना कैसा
ग़म सौ बार मिला
हमने तो जब कलियाँ माँगी
काँटों का हार मिला
जाने वो कैसे लोग थे जिनके
प्यार को प्यार मिला
हमने तो जब कलियाँ माँगी
काँटों का हार मिला
जाने वो कैसे लोग थे जिनके
प्यार को प्यार मिला

Written by:
DEEPAK PANDIT, N/A SAHIR, S.D. BURMAN

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

Lyrics powered by Lyric Find

Jagjit Singh, एस. डी. बर्मन and Deepak Pandit

View Profile