Kumar Sanu and Sunidhi Chauhan - Jashan Ki Raat Hai

सपनो का जंगल, यादो के मेले
खुश्बू के झोंके, चाहत के रेले
कोई नही है हम है अकेले
आके मुझे तू बाहो मे लेले

जशन की रात है, जशन की रात है
हन जशन की रात है, जशन की रात है
पायल कही बजती है, कहीं चूड़ी खनकती है
जशन की रात है, जशन की रात है
हन जशन की रात है, जशन की रात है
जानेजिगर जानेजाना चोरी से पलके झुकना
ऐसे तेरा मुस्कुराना, मुझको बनाए दीवाना
मौसम बड़ा है मस्ताना, जगा है दर्द अंजना
मुश्किल है दिल को समझना, क्या तूने किया जादू
जशन की रात है, जशन की रात है
हन जशन की रात है, जशन की रात है

हो महकी हवाए, बहकी फिजाय
तेरी अदाए पागल बनाए
सहमी पूर्वाई है मस्ती लहराई है
च्चाया अजीब नशा
जशन की रात है, जशन की रात है

हो ये तेरी बाते, ये मुलाक़ाते
नींदे चुराए ये तेरी आँखे
कहने से डरती हूँ, मैं तुझपे मारती हूँ
तुझको तो है ये पता
जशन की रात है, जशन की रात है
पायल कही बजती है, कहीं चूड़ी खनकती है
जशन की रात है, जशन की रात है
हन जशन की रात है, जशन की रात है
जानेजिगर जानेजाना चोरी से पलके झुकना
ऐसे तेरा मुस्कुराना, मुझको बनाए दीवाना
मौसम बड़ा है मस्ताना, जगा है दर्द अंजना
मुश्किल है दिल को समझना, क्या तूने किया जादू
जशन की रात है, जशन की रात है
हन जशन की रात है, जशन की रात है
जशन की रात है, जशन की रात है
हन जशन की रात है, जशन की रात है

Written by:
Sameer

Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL)

Lyrics powered by Lyric Find

Kumar Sanu and Sunidhi Chauhan

View Profile