Manna Dey - Jati Hai Aaj Naiya Mori

जाती है जाती है जाती
है आज नैया मोरी

जाती है जाती है जाती
है आज नैया मोरी

नीला है आकाश धरती हरी
धरती हरी धरती हरी

नीला है आकाश धरती हरी
धरती हरी धरती हरी

आजा तू नैया में जल की परी
जल की परी जल की परी

आजा तू नैया में जल की परी
जल की परी जल की परी
काहे लजाये आँखों को भाये
काहे लजाये आँखों को भाये
क्यों ले के ताज जाती है आज नैया मोरी

होये जाती है जाती है जाती
है आज नैया मेरी
होये जाती है जाती है जाती
है आज नैया मोरी

हे हे मालि हे हे हे
हे हे मालि हे हे हे

चोरी से खिचोगे किस्मत न हाथोसे

हे हे मालि हे हे हे

भारी हे माल हो जाल सम्भालो रे

हे हे मालि हे हे हे

मन की मछली रे मिल से उतारो

हे हे मालि हे हे

सबको पुकारो रे जाल थमारो रे

हे हे मालि हे हे
हे हे मालि हे हे

गोटा था मारा था गोटा था मार
हाय बलहर नारा था बलहर नार

हाय गोटा था मारा था गोटा था मार
हाय बलहर नारा था बलहर नार
मेहनत से कर लेंगे दुनिया को हासिल
कल को जमाना होगा अपने हाथ में
मेहनत से कर लेंगे दुनिया को हासिल
कल को जमाना होगा अपने हाथ में
दर है कि स्वीकार नहीं रोकेगा कौन

(हो) रोकेगा कौन रोकेगा कौन
रोकेगा कौन कौन
गोटा था मारा था गोटा था मार
गोटा था मारा था गोटा था मार
हाय गोटा था मारा था गोटा था मार
गोटा था मारा था गोटा था मार
हाय गोटा था मारा था गोटा था मार
हाय गोटा था मारा था गोटा था मार (हो)

Written by:
S K Pal, Timir Baran, Uddhav Kumar

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

Lyrics powered by Lyric Find

Manna Dey

Manna Dey

View Profile