Sukhwinder Singh - Jee Na Jalaiyo Male
हा हा हा धित तै ताम
तत थै ताहा धित तै ताम
जी ना जलाइयो जलाइयो ना रसिया
जी ना जलाइयो जलाइयो ना
जी ना जलाइयो जलाइयो ना रसिया
जी ना जलाइयो जलाइयो ना
जी ना जलाइयो रे जिया मे जान बसी है रे
जी ना जलाइयो रे जिया मे जान बसी है रे
धुवा जो लागे तो ये अंखिया जलती है
जो भर आए तो ये अंखिया चलती है
ओ मन बसिया रे रसिया रे जी ना जलाइयो रे
धुवा जो लागे तो ये अंखिया जलती है
जो भर आए तो ये अंखिया चलती है
तेरे ख़यालो के पारो पर
चिठियाँ रखी और उड़ाई
कोरे लिफाफे लिख लिख के
होठों से मोहरे लगाई
बैठे बैठे करगे पर
श्यामे काटी रातो मे
ओ मन बसिया रे रसिया रे
ओ मन बसिया रे रसिया रे (ओ)
जी ना जलाइयो रे जिया मे जान बसी है रे
धुवा जो लागे तो ये अंखिया जलती है
जो भर आए तो ये अंखिया चलती है
जी ना जलाइयो जलाइयो ना रसिया
जी ना जलाइयो जलाइयो
जी ना जलाइयो जलाइयो ना रसिया
जी ना जलाइयो
जी ना जलाइयो जलाइयो ना रसिया
जी ना जलाइयो जलाइयो ना रसिया
जी ना जलाइयो जलाइयो ना रसिया
जी ना जलाइयो जलाइयो ना रसिया
आसू जो गिरे तो गजर बजता है
अँखियो मे खारा नमक लगता है
हो पलक पलक पल गिरते है
पैरो के तले समय चलता है
तन का धुवा तन मे रहे
हो जान ना जाए वो कही जिया मे जान बसी है रे
जी ना जलाइयो रे जिया मे जान बसी है रे
धुवा जो लागे तो ये अंखिया जलती है
जो भर आए तो ये अंखिया चलती है
ओ मन बसिया रे रसिया रे जी ना जलाइयो रे
धुवा जो लागे तो ये अंखिया जलती है
जो भर आए तो ये अंखिया चलती है
Written by:
GULZAR, SANDESH SHANDILYA
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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