Arijit Singh and पलक मुच्छल - Kabhi Yaadon Mein

हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म

कभी यादों में आऊं
कभी ख़्वाबों में आऊं
कभी यादों में आऊं
कभी ख़्वाबों में आऊं
तेरी पलकों के साये
में आकर झिलमिलाऊं
मैं वो खुशबू नहीं जो
हवा में खो जाऊ
हवा भी चल रही है
मगर तू ही नहीं है
फिज़ा रंगीन बनी है
कहानी केह रही है
मुझे जितना भुलाओ
मैं उतना याद आऊं

हां हां जो तुम ना मिलते
होता ही क्या ढूंड लाने को
हां हां जो तुम ना मिलते
होता ही क्या ढूंड लाने को
जो तुम ना होते
होता ही क्या हार जाने को
मेरी अमानत हो तुम
मेरी मोहब्बत हो तुम (ओ ओ ओ)
तुम्हे कैसे मैं भुलाऊं
तू आसमान मेरा जहाँ लगे मुझे
तू रास्तों की मंजिलें लगे मुझे (लगे मुझे)
तू ही मेरी चांदनी वो
रातों को जो हलकी सी जले
तू ही मेरी शाम ओ सेहर जो मेरे संग चले
हवा भी चल रही है
मगर तू ही नहीं है
फिज़ा रंगीन बनी है
कहानी केह रही है
मुझे जितना भुलाओ
मैं उतना याद आऊँ
कभी यादों में आऊं
कभी ख़्वाबों में आऊं
कभी यादों में आऊं
कभी ख़्वाबों में आऊं
तेरी पलकों के साये
में आकर झिलमिलाऊं
ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ
हम्म हम्म हम्म हम्म

Written by:
ABHIJIT SHARAD VAGHANI, NUSRAT BADR

Publisher:
Lyrics © Universal Music Publishing Group

Lyrics powered by Lyric Find