Lata Mangeshkar and Laxmikant Pyarelal - Kacha Karawo Mitti Da
कक्चा कड़ा ओ मिट्टी दा
जेनू प्यार ज़माना कहंडा है
प्यार दे दरिया दा नही कांदा
इस विच डूबना पेंडा आए
कक्चा कड़ा ओ मिट्टी दा
जेनू प्यार ज़माना कहंडा है
प्यार दे दरिया दा नही कांदा
इस विच डूबना पेंडा आए
आए गाल वखरी डुबकी मंदी
मीट अमर जो वांदे ने
आज भी सला पिच्छू लोगो
याद वो सानू आंदे ने
उणा दा नाम लेके
आज भी लोग मोहब्बता करते ने
जीना दा रब रखा ओ बेड़िया वेल
पार उतार देने
आज विच कंडे उठे
गीत हवा ये गांडी आए
आधी रात च्छुपके सोनी
महिवाल नू मिलने आंदी आए
फूला दी ते बतलंदी
हर गाल नवी पुरानी
लोका नि भूल जानी
रहेंगी याद रेंड़ी दुनिया तक
दो गला दुनिया जानी
एक वाक्दा चलंदा पानी
एक वाक्दा चलंदा पानी
दूजे सोनी महिवाल दी कहानी
एक वाक्दा चलंदा पानी
दूजे सोनी महिवाल दी कहानी
एक वाक्दा चलंदा पानी
सुख देने ते सुख चह्वान
दरिया ते समुंदर सारे
टूट देने ते टूट चह्वान
आसमाना दे चाँद तारे
धड़कन जिया दिला दे विच
सच्चिया ते सच्चिया प्रीता
नाल जिन ते नाल मारन दियाँ
रुक नही सक दियाँ रीता
याद करेंगे टेयरो वांगे
एक दूजे दे हानि
इक बहता तलब का पानी
दूजे तेरे मेरे प्यार की कहानी
इक बहता तलब का पानी
दूजे तेरे मेरे प्यार की कहानी
इक आज की रात सुहानी
दूजे तेरे मेरे प्यार की कहानी
इक आज की रात सुहानी
दूजे तेरे मेरे प्यार की कहानी
इक बहता तलब का पानी
Written by:
Laxmikant Pyarelal, ANANDSHI BAKSHI, ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA
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