Javed Ali and हंसिका इय्यर - Khamosh Tanhaiyo Mein
I love you
ओ ख़ामोश तनहाइयों में
मुझको बुलाता है कोई
अब तो दबे पाओं अक्सर
मेरे पास आता है कोई
ख़ामोश तनहाइयों में
मुझको बुलाता है कोई
अब तो दबे पाओं अक्सर
मेरे पास आता है कोई
धीरे से ले चले हैं (धीरे से ले चले हैं)
ख़्वाबों का कारवाँ (ख़्वाबों का कारवाँ)
कौन जाने तुम मिलो कहाँ (कौन जाने तुम मिलो कहाँ)
ख़ामोश तनहाइयों में
मुझको बुलाता है कोई
अब तो दबे पाओं अक्सर
मेरे पास आता है कोई
धीरे से ले चले हैं (धीरे से ले चले हैं)
ख़्वाबों का कारवाँ (ख़्वाबों का कारवाँ)
कौन जाने तुम मिलो कहाँ (कौन जाने तुम मिलो कहाँ)
धीरे से ले चले हैं (धीरे से ले चले हैं)
ख़्वाबों का कारवाँ (ख़्वाबों का कारवाँ)
कौन जाने तुम मिलो कहाँ (कौन जाने तुम मिलो कहाँ)
हे आ
हे आ
शर्मा के मुझसे कभी तो
छिपता छिपाता है कोई
और चुलबुली उँगलियों से
कभी छू के जाता है कोई
होले से कंधों पे मेरे
हम्मम होले से कंधों में मेरे
सर रख के सोता है कोई
और कनों में गुनगुनाकर
सुबह जागता है कोई
धीरे से ले चलें हैं (धीरे से ले चलें हैं)
ख़्वाबों का कारवाँ (ख़्वाबों का कारवाँ)
कौन जाने तुम मिलो कहाँ (कौन जाने तुम मिलो कहाँ)
सौ सौ हँसी चिलमनों में
कभी लिपटा जाता है कोई
बस ख़्वाब में ही तो अक्सर
चेहरा दिखाता है कोई
हो ख़ामोश तनहाइयों में
हाँ ख़ामोश तनहाइयों में
मुझको बुलाता है कोई
अब तो दबे पाओं अक्सर
मेरे पास आता है कोई (मेरे पास आता है कोई)
धीरे से ले चलें हैं (धीरे से ले चलें हैं)
ख़्वाबों का कारवाँ (ख़्वाबों का कारवाँ)
कौन जाने तुम मिलो कहाँ (कौन जाने तुम मिलो कहाँ)
हे हाँ
Written by:
Nilesh Mishra
Publisher:
Lyrics © Universal Music Publishing Group
Lyrics powered by Lyric Find