Alka Yagnik and Kumar Sanu - Khate Hain Hum Kasam

खाते है हम कसम तुमको ही चाहेंगे
खाते है हम कसम तुमको ही चाहेंगे
तेरे सिवा कही दिल ना लगाएँगे
अब तो तुम्हे सनम हम ना भुलाएँगे

खाते है हम कसम तुमको ही चाहेंगे
खाते है हम कसम तुमको ही चाहेंगे
तेरे सिवा कही दिल ना लगाएँगे
अब तो तुम्हे सनम हम ना भुलाएँगे
खाते है हम कसम तुमको ही चाहेंगे
तेरे सिवा कही दिल ना लगाएँगे

हाँ हाँ हाँ हाँ हाँ
हाँ हाँ हाँ हाँ हाँ

गवाही अपनी मोहब्बत की देंगे जमी आस्मा
किसी दिन तेरी ही चाहत मे छोड़ेंगे दोनो जहाँ
जब तक है साँसे जब तक है दम
खाते है हम कसम तुमको ही चाहेंगे
तेरे सिवा कही दिल ना लगाएँगे
अब तो तुम्हे सनम हम ना भुलाएँगे

खाते है हम कसम तुमको ही चाहेंगे
तेरे सिवा कही दिल ना लगाएँगे

आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ

कुछ भी कर ले ये दुनिया
अब प्यार होगा ना कम
कभी ना होंगे जुदा तुम से
सह लेंगे सारे सितम
चाहे खुशी हो चाहे हो गम
खाते है हम कसम तुमको ही चाहेंगे
तेरे सिवा कही दिल ना लगाएँगे
अब तो तुम्हे सनम हम ना भुलाएँगे

खाते है हम कसम तुमको ही चाहेंगे
तेरे सिवा कही दिल ना लगाएँगे
अब तो तुम्हे सनम हम ना भुलाएँगे

खाते है हम कसम तुमको ही चाहेंगे
तेरे सिवा कही दिल ना लगाएँगे

Written by:
SAMEER, NADEEM SAIFI, SHRAVAN RATHOD

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Alka Yagnik and Kumar Sanu

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