Lata Mangeshkar - Khilte Hain Gul Yahan

आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
ओ ओ ओ ओ ओ
खिलते हैं गुल यहाँ, खिलके बिखरने को
मिलते हैं दिल यहाँ, मिलके बिछड़ने को
खिलते हैं गुल यहाँ, खिलके बिखरने को
खिलते हैं गुल यहाँ

कल रहे ना रहे, मौसम ये प्यार का
कल रुके ना रुके, डोला बहार का
कल रहे ना रहे, मौसम ये प्यार का
कल रुके ना रुके, डोला बहार का
चार पल मिले जो आज, प्यार में गुज़ार दे
खिलते हैं गुल यहाँ, खिलके बिखरने को
मिलते हैं दिल यहाँ, मिलके बिछड़ने को
खिलते हैं

ओ झीलों के होंठों पर
झीलों के होंठों पर, मेघों का राग है
फूलों के सीने में, ठंडी ठंडी आग है
दिल के आइने में तू, ये समा उतार ले
खिलते हैं गुल यहाँ, खिलके बिखरने को
मिलते हैं दिल यहाँ, मिलके बिछड़ने को
खिलते हैं गुल यहाँ

प्यासा है दिल सनम, प्यासी ये रात है
होंठों मे दबी दबी, कोई मीठी बात है
प्यासा है दिल सनम, प्यासी ये रात है
होंठों मे दबी दबी, कोई मीठी बात है
इन लम्हों पे आज तू, हर खुशी निसार दे
खिलते हैं गुल यहाँ, खिलके बिखरने को
मिलते हैं दिल यहाँ, मिलके बिछड़ने को
खिलते हैं गुल यहाँ

Written by:
Neeraj, S D Burman

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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