Junoon - Khwab

दूर जो आज हैं
याद आते तो हैं
ख्वाब अधूरे सही
ख्वाब सहारे तो हैं

आज भी मेरी राहे रोकती हैं
यादें तेरी दामन खिचती हैं
भूल चुके हैं जो हमे
याद आते तो हैं
सदीयों के फ़ासले
आज हैं दरमियाँ
हो जाए मगर
जितनी भी दूरिया

आप जहाँ भी रहें
आप हमारे तो हैं
ख्वाब अधुरे सही
ख्वाब सहारी तो हैं

आज भी मेरी राहे रोकती हैं
यादें तेरी दामन खिचती हैं
भूल चुके हैं जो हमे
याद आते तो हैं
जाने फिर कब मिलें
तेरे मेरे रास्ते
आस टूटे नहीं
याद इतना रहे

रात ढालनी तो है
आने उजाले तो हैं

Written by:
SALMAN AHMAD, ITIRZA BARLAS

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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