Udit Narayan and Alka Yagnik - Kuchh Kuchh

कुछ कुछ कुछ कुछ
कुछ तो मेरे दिल मे हो रहा है
कुछ कुछ कुछ कुछ
कुछ तो मेरे दिल मे हो रहा है
कुछ कुछ कुछ कुछ
कुछ तो मेरे दिल मे हो रहा है
कहीं दर्द सा उठा
कहीं प्यास है जागी
कहीं आग सी लगी है सजना

कुछ कुछ कुछ कुछ
कुछ तो मेरे दिल मे हो रहा है
अरे कुछ कुछ कुछ कुछ
कुछ तो मेरे दिल मे हो रहा है
कहीं दर्द सा उठा
कहीं प्यास है जागी
कहीं आग सी लगी है सजना

कुछ कुछ कुछ कुछ
कुछ तो मेरे दिल मे हो रहा है

हा कुछ कुछ कुछ कुछ
कुछ तो मेरे दिल मे हो रहा है

तोड़ा सा होश है तोड़ा ख़याल है
कैसा कैसा लगता है

पूछो ना दिलरुबा मेरा क्या हाल है
ऐसा वैसा लगता है

तोड़ा सा होश है तोड़ा ख़याल है
कैसा कैसा लगता है
पूछो ना दिलरुबा मेरा क्या हाल है
ऐसा वैसा लगता है

तूने च्छुआ जो जानेमन
आने लगा मज़ा
ऐसा लगा के सहरा मे च्छाई कहीं घटा
कभी हो रही यहा कभी हो रही वाहा
जाने पियर ये कहाँ है सजना

अरे कुछ कुछ कुछ कुछ
कुछ तो मेरे दिल मे हो रहा है

हा कुछ कुछ कुछ कुछ
कुछ तो मेरे दिल मे हो रहा है

मैं भी जवान हू तू भी जवान है
मौसम भी मतवाला है

मेरे नसीब आ मेरे करीब आ
कब से खुद को संभाला है

हो मैं भी जवान हू तू भी जवान है
मौसम भी मतवाला है

मेरे नसीब आ मेरे करीब आ
कब से खुद को संभाला है

देखा तुझे जो दिलजानी
आशिक़ बना तेरा

तेरे लिए मेरे दिलबर
गोरा बदन मेरा

हो नींद मेरी ये गयी मेरा चैन वो गया
मुझे प्यार हो गया है सजना

कुछ कुछ कुछ कुछ
कुछ तो मेरे दिल मे हो रहा है

कुछ कुछ कुछ कुछ
कुछ तो मेरे दिल मे हो रहा है

कहीं दर्द सा उठा
कहीं प्यास है जागी
कहीं आग सी लगी है सजना

कुछ कुछ कुछ कुछ
कुछ तो मेरे दिल मे हो रहा है

अरे कुछ कुछ कुछ कुछ
कुछ तो मेरे दिल मे हो रहा है

Written by:
SAMEER, ANAND SHRIVASTAV, MILIND SHRIVASTAV

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Udit Narayan and Alka Yagnik

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