Jagjit Singh - Kya Bhala Hai Kya Bura Hai
अपना अपना रास्ता हैं कुछ नहीं
अपना अपना रास्ता हैं कुछ नहीं
क्या भला हैं क्या बुरा हैं कुछ नहीं
अपना अपना रास्ता कुछ नहीं
जुस्तजू हैं एक मुसलसल जुस्तजू
जुस्तजू हैं एक मुसलसल जुस्तजू
क्या कही कुछ खो गया हैं कुछ नहीं
क्या कही कुछ खो गया हैं कुछ नहीं
अपना अपना रास्ता हैं कुछ नहीं
मोहर मेरे नाम की हर शय पे हैं
मोहर मेरे नाम की हर शय पे हैं
मेरे घर मे मेरा क्या हैं कुछ नहीं
मेरे घर मे मेरा क्या हैं कुछ नहीं
अपना अपना रास्ता हैं कुछ नहीं
कहने वाले अपनी अपनी कह गए
कहने वाले अपनी अपनी कह गए
मुझसे पूछ क्या सुना हैं कुछ नहीं
मुझसे पूछों क्या सुना हैं कुछ नहीं
अपना अपना रास्ता हैं कुछ नहीं
कोई दरवाजे पे हैं वो क्या हुआ
कोई दरवाजे पे हैं तो क्या हुआ
आप से कुछ मांगता हैं कुछ नहीं
आप से कुछ मांगता हैं कुछ नहीं
अपना अपना रास्ता हैं कुछ नहीं
Written by:
AKHTAR NAZMI, JAGJIT SINGH
Publisher:
Lyrics © Universal Music Publishing Group
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