Kishore Kumar - Lahron Ki Tarah Yaaden

लेहरों की तरह यादें
दिल से टकराती हैं
तूफ़ान उठाती हैं
लेहरों की तरह यादें
दिल से टकराती हैं
तूफ़ान उठाती हैं
लेहरों की तरह यादें

किस्मत में है घोर अंधेरे
रातें सुलगती धुंधले सवेरे
किस्मत में है घोर अंधेरे
रातें सुलगती धुंधले सवेरे
लेहरों की तरह यादें
दिल से टकराती हैं
तूफ़ान उठाती हैं
लेहरों की तरह यादें

हो हो हो हो हो हो

तकते तकते सुनी राहें
पत्थरा गई हैं अब तो निगाहें
तकते तकते सुनी राहें
पत्थरा गई हैं अब तो निगाहें
लेहरों की तरह यादें
दिल से टकराती हैं
तूफ़ान उठाती हैं
लेहरों की तरह यादें

बरसों से दिल पे बोझ उठाये
ढूंढ रहा हूँ प्यार के साये
बरसों से दिल पे बोझ उठाये
ढूंढ रहा हूँ प्यार के साये
लेहरों की तरह यादें
दिल से टकराती हैं
तूफ़ान उठाती हैं
लेहरों की तरह यादें
दिल से टकराती हैं
तूफ़ान उठाती हैं
लेहरों की तरह यादें

Written by:
GULSHAN BAWRA, NAGRATH RAJESH ROSHAN

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Kishore Kumar

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