Lata Mangeshkar and Kishore Kumar - Likha Hai Teri Ankhon Mein

लिखा है तेरी आँखों में
किसका अफ़साना
लिखा है तेरी आँखों में
किसका अफ़साना

अगर इसे समझ सको
मुझे भी समझाना

लिखा है तेरी आँखों में
किसका अफ़साना

जवाब था किसी तमन्ना का
लिखा तो है मगर अधूरा सा
अरे ओ ओ ओ ओ
जवाब था किसी तमन्ना का
लिखा तो है मगर अधूरा सा

ओ ओ कैसी न हो मेरी हर बात अधूरी
अभी हूँ आधा दिवाना

लिखा है तेरी आँखों में
किसका अफ़साना

अगर इसे समझ सको
मुझे भी समझाना

लिखा है तेरी आँखों में
किसका अफ़साना

जो कुछ नहीं तो ये इशारे क्यूँ
ठहर गए मेरे सहारे क्यूँ
अरे ओ ओ ओ ओ
जो कुछ नहीं तो ये इशारे क्यूँ
ठहर गए मेरे सहारे क्यूँ

ओ ओ थोड़ा सा हसीनों का सहारा लेके चलना
है मेरी आदत रोज़ाना

लिखा है तेरी आँखों में
किसका अफ़साना

अगर इसे समझ सको
मुझे भी समझाना

लिखा है तेरी आँखों में
किसका अफ़साना

यहाँ वहाँ फ़िज़ा में आवारा
अभी तलक़ ये दिल है बेचारा
अरे ओ ओ ओ ओ
यहाँ वहाँ फ़िज़ा में आवारा
अभी तलक़ ये दिल है बेचारा

ओ ओ दिल को तेरे अब तक ना समझे
तुझही को हमने पहचाना
लिखा है तेरी आँखों में
किसका अफ़साना

अगर इसे समझ सको
मुझे भी समझाना

लिखा है तेरी आँखों में
किसका अफ़साना

Written by:
MAJROOH SULTANPURI, S.D. BURMAN

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Lata Mangeshkar and Kishore Kumar

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