Anuradha Paudwal and Mohammed Aziz - Maangti Hoon Sajan
मांगती हूँ साजन मांगती हूँ
साजन बस एक बार तुझसे
मेरी माँग मैं भरँगी
तेरे नाम मेरे
साजन सातो जानम तक
क्या कहूँ मैं जानम
क्या कहूँ मैं जानम
तेरी माँग से ही रोशन
मेरे प्यार की ये दुनिया
मेरा नाम तुझको
दूँगा सातो जानम तक
मगती हूँ साजन
मुझको च्छू कर तेरे लाबो ने
दिल में मीठी प्यास जगाई
मुझको च्छू कर तेरे लाबो ने
दिल में मीठी प्यास जगाई
तेरे बदन के खुसबु ने तो
फूलो की भी नींद चुराई
हो गयी मैं ऐसे
हो गयी मैं ऐसे
नादिया सागर में जैसे
मेरी माँग मैं भरँगी
तेरे नाम मेरे
साजन सातो जानम तक
मांगती हूँ साजन
सरमीली दुल्हन की खातिर
सांसो ने छेड़ी सहनाई
सरमीली दुल्हन की खातिर
सांसो ने छेड़ी सहनाई
बरस रहे अंबार से मोटी,
परियो ने है सेज सजाई
दीवाना हो जौ
दीवाना हो जौ
तेरी आँखो में खो जौ
आइ मेरी ज़िंदगानी मेरा नाम
तुझको दूँगा सातो जानम तक
मांगती हूँ साजन
तूने दिया है प्यार का बंधन
बनहं निभाना सातो जानम तक
तूने दिया हैं प्यार का बंधन
बनहं निभाना सातो जानम तक
प्यार का बंधन जन्मो का
बंधन टूटे ना
ये जानम जानम तक
इस जानम में ये वाडा
इस जानम में वाडा अधूरा
रह जाए तो इंतेज़ार करना
मेरे प्यारे प्यारे
साजन अगले जानम तक
क्या कहूँ मैं जानम
क्या कहूँ मैं जानम
तेरी माँग से ही रोशन
मेरे प्यार की ये दुनिया मेरा
नाम तुझको दूँगा सातो जानम तक
तेरे नाम मेरे साजन सातो जानम तक
Written by:
PANKAJ BHATT, SHYAM RAJ
Publisher:
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