Lata Mangeshkar - Maare Gaye Gulfaam

मारे गए गुलफाम अजी हाँ मारे गए गुलफाम
मारे गए गुलफाम
अजी हाँ मारे गए गुलफाम
उल्फत भी रास ना आई
अजी हाँ मारे गए गुलफाम

इक सब्ज़परी देखि
और दिल को गंवा बैठे
मस्ताना-निगाहो पर
फिर होश लुटा बैठे
मस्ताना-निगाहो पर
फिर होश लुटा बैठे
फिर होश लुटा बैठे
काहे को मै मुस्कुराई
अजी हा मारे गए गुलफाम
मारे गए गुलफाम
अजी हा मारे गए गुलफाम

आबरू की कटारी से
नैनो की दोधारी से
वो हो के रहे ज़ख़्मी,
इक बाद-ए-बहारी से
वो हो के रहे ज़ख़्मी
इक बाद-ए-बहारी से इक बाद-ए-बहारी से
ये ज़ुल्फ़ क्यो लहराई
अजी हा मारे गए गुलफाम
मारे गए गुलफाम
अजी हा मारे गए गुलफाम

इस प्यार की महफ़िल मे
वो आये मुकाबिल मे
वो तीर चले दिल पर
हलचल सी हुई दिल मे
वो तीर चले दिल पर
हलचल सी हुई दिल मे हलचल सी हुई दिल मे
चाहत की सजा पाई
अजी हा मारे गए गुलफाम
मारे गए गुलफाम
अजी हा मारे गए गुलफाम
उल्फत भी रास ना आई
अजी हा मारे गए गुलफाम

Written by:
Hasrat Jaipuri, Shankar-Jaikishan

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Lata Mangeshkar

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