Sajjad Ali - Mahiwal

छुपा के रखना
बचा के रखना
नज़र को अपनी
संभाल के रखना
मेरी वफ़ा पे
यक़ीन है मुझके
मेरी वफ़ा पे यक़ीन रखना
तुझ को इक़रार नहीं
में भी नाकाम नहीं
यह है वाडा मेरी जान
चाहे मेरी जान भी जाए
चाहे जिस शहर भी जाए
चाहे जिस मुल्क भी जाए
में ही महिवाल हूँ तेरा
सोहनिए तो मेरी गाल सुन जा
चाहे जिस शहर भी जाए
चाहे जिस मुल्क भी जाए
में ही महिवाल हूँ तेरा
सोहनिए तो मेरी गाल सुन जा

मेरी नज़र से डारी हुए हो
कोई नही है हेरान क्यूँ हो
तुम्हारा साया बना होवा हूँ
इसी जगा पे छुपा हूँ
चाहे कितनी भी हो दूरी
हो कोई भी मजबोरी
तेरे लिए सारा जहाँ
चाहे दुश्मन बन जाए
चाहे जिस शहर भी जाए
चाहे जिस मुल्क भी जाए
में ही महिवाल हूँ तेरा
सोहनिए तो मेरी गाल सुन जा
चाहे जिस शहर भी जाए
चाहे जिस मुल्क भी जाए
में ही महिवाल हूँ तेरा
सोहनिए तो मेरी गाल सुन जा

तुझ को इक़रार नहीं
में भी नाकाम नहीं
ये हेई वाडा मेरी जान
चाहे मेरी जान भी जाए
चाहे जी शहर भी जाए
चाहे जिस मुल्क भी जाए
में ही महिवाल हूँ तेरा
सोहनिए तो मेरी गाल सुन जा
चाहे जिस शहर भी जाए
चाहे जिस मुल्क भी जाए
में ही महिवाल हूँ तेरा
सोहनिए तो मेरी गाल सुन जा

चाहे जिस शहर भी जाए
चाहे जिस मुल्क भी जाए
में ही महिवाल हूँ तेरा
सोहनिए तो मेरी गाल सुन जा
चाहे जिस शहर भी जाए
चाहे जिस मुल्क भी जाए
में ही महिवाल हूँ तेरा
सोहनिए तो मेरी गाल सुन जा
चाहे जी शहर भी जाए
चाहे जिस मुल्क भी जाए
में ही महिवाल हूँ तेरा
सोहनिए तो मेरी गाल सुन जा
चाहे जी शहर भी जाए
चाहे जिस मुल्क भी जाए
में ही महिवाल हूँ तेरा
सोहनिए तो मेरी गाल सुन जा

Written by:
Sajjad Ali

Publisher:
Lyrics © TUNECORE INC, TuneCore Inc.

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