Jagjit Singh - Main Aur Meri Tanhai [Soundtrack]

आ आवारा हैं गलियों में मैं और मेरी तन्हाई
जाएँ तो कहाँ जाएँ
जाएँ तो कहाँ जाएँ हर मोड़ पे रुस्वाई
मैं और मेरी तन्हाई, मैं और मेरी तन्हाई

ये फूल से चेहरे हैं हँसते हुए गुलदस्ते
कोई भी नहीं अपना बेगाने हैं सब रस्ते
राहें भी तमाशाई राही भी तमाशाई
मैं और मेरी तन्हाई, मैं और मेरी तन्हाई

अरमान सुलगते हैं सीने में चिता जैसे
क़ातिल नज़र आती है दुनिया की हवा जैसे
रोती है मेरे दिल पर बजती हुई शहनाई
मैं और मेरी तन्हाई, मैं और मेरी तन्हाई

आकाश के माथे पर तारों का चराग़ां है
पहलू में मगर मेरे ज़ख्मों का गुलिस्तां है
आँखों से लहू टपका दामन में बहार आई
मैं और मेरी तन्हाई, मैं और मेरी तन्हाई
मैं और मेरी तन्हाई, मैं और मेरी तन्हाई

Written by:
ALI SARDAR JAFRI, ROSHAN NADAN, JAGJIT SINGH

Publisher:
Lyrics © Universal Music Publishing Group

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