Kishore Kumar - Main Doob Doob Jata Hun
मैं डूब डूब जाता हूँ
शरबती तेरी आँखों की
हह झील सी गहराई में
शरबती तेरी आँखों की
झील सी गहराई में
मैं डूब डूब जाता हूँ
फूलो को तूने रंगत दे दी
सूरज को उजाला उजाला
सूरज को उजाला जुल्फों से
तूने पानी झटका
तारो की बन गयी माला
देखो तारो की बन गयी माला
होंठ है तेरे
दो पैमाने
होंठ तेरे
दो पैमाने
पैमानों की मस्ती में
डूब डूब जाता हूँ
शरबती तेरी आँखों की
हह झील सी गहराई में
शरबती तेरी आँखों की
झील सी गहराई में
मैं डूब डूब जाता हूँ
भूले से तू जो बाग़ में जाए
पत्ता पत्ता डोले रे डोले
पत्ता पत्ता डोले
तिरछी नज़रे जिधर भी
फेके भड़के सौ शोले रे
शोले भड़के सौ सौ शोले
गाल है तेरे हा हा
दो अँगरे हुं हु
गाल है तेरे दो अँगारे
अंगारे की गर्मी में डूब डूब जाता हूँ
शरबती तेरी आँखों की
झील सी गहराई में
शरबती तेरी आँखों की
झील सी गहराई में
मैं डूब डूब
डूब डूब
जाता हु
Written by:
KALYANJI ANANDJI, RAJENDRA KRISHAN
Publisher:
Lyrics © Universal Music Publishing Group
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