Lata Mangeshkar and Mahendra Kapoor - Main Gunehgar Hoon
मैं गुनहगार हूँ जो चाहे सजा दो मुझको
मैंने सपने में तुझे छेड़ दिया
उम्र भर कैद ए मोहब्बत की सजा दी तुमको
तुमने सपने में हमें छेड़ दिया
प्यार से जिसने गिरफ्तार किया
दिल मेरा उसको दुआ देता है
हमने देखा ये अजब दीवाना
कैद होके भी मजा लेता है
मैं गुनहगार हूँ जो चाहे सजा दो मुझको
मैंने सपने में तुझे छेड़ दिया
उम्र भर कैद ए मोहब्बत की सजा दी तुमको
तुमने सपने में हमें छेड़ दिया
सख्तिया कैद की तुम क्या जानो
चाहते हो तो रिहायी ले लो
अब कपस ही में पड़ा रहने दो
चाहे बदले में खुदाई ले लो
उम्र भर कैद ए मोहब्बत की सजा दी तुमको
तुमने सपने में हमें छेड़ दिया
मैं गुनहगार हूँ जो चाहे सजा दो मुझको
मैंने सपने में तुझे छेड़ दिया
मैंने ख्वाबो का सहारा लेकर
दो घडी तुमसे मोहब्बत की है
तुम इसे लाख मोहब्बत कहलो
हम तो समझेंगे शरारत की है
मैं गुनहगार हूँ जो चाहे सजा दो मुझको
मैंने सपने में तुझे छेड़ दिया
उम्र भर कैद ए मोहब्बत की सजा दी तुमको ह्म ह्म ह्म
तुमने सपने में मुझे छेड़ दिया ह्म ह्म ह्म (ह्म ह्म ह्म)
Written by:
Ravi, Rajinder Krishnan
Publisher:
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