Mukesh - Main Har Ek Pal Ka Shair Hoon
मैं हर एक पल का शायर हूँ
हर एक पल मेरी कहानी है
हर एक पल मेरी हस्ती है
हर एक पल मेरी जवानी है
मैं हर एक पल का शायर हूँ
रिश्तो का रूप बदलता है बुनियादें खत्म नहीं होतीं
ख्वाबो की और उमंगों की मियादें खत्म नहीं होतीं
एक फूल में तेरा रूप बसा एक फूल में मेरी जवानी है
एक चेहरा तेरी निशानी है एक चेहरा मेरी निशानी है
मैं हर एक पल का शायर हूँ
हर एक पल मेरी कहानी है
हर एक पल मेरी हस्ती है
हर एक पल मेरी जवानी है
मैं हर एक पल का शायर हूँ
तुझको मुझको जीवन अमृत अब इन हाथों से पीना है
इनकी धड़कन में बसाने है इनकी साँसों में जीना है
तू अपनी अदाएं बक्श इन्हें मैं अपनी वफाये देता हु
जो अपने लिए सोची थी कभी वो सारी दुआएं देता हूँ
मैं हर एक पल का शायर हूँ
हर एक पल मेरी कहानी है
हर एक पल मेरी हस्ती है
हर एक पल मेरी जवानी है
मैं हर एक पल का शायर हूँ
हर एक पल मेरी कहानी है
हर एक पल मेरी हस्ती है
हर एक पल मेरी जवानी है
मैं हर एक पल का शायर हूँ
Written by:
N/A KHAIYYAAM, SAHIR LUDHIANVI
Publisher:
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