Mohammed Rafi - Man Tarpat Hari Darsan Ko Aaj

हरी ओम, हरी ओम
हरी ओम, हरी ओम
मन तरपत हरी दर्शन को आज
मन तरपत हरी दर्शन को आज
मोरे तुम बिन बिगरे सगरे काज
हो बिनती करत हूँ, रखियो लाज
मन तरपत हरी दर्शन को आज
तुमरे द्वार का मैं हूँ जोगी
आ आ आ, आ आ आ आ
तुमरे द्वार का मैं हूँ जोगी
हमरी ओर नज़र कब होगी
सुनो मोरे ब्याकूल मन का बाज
तरपत हरी दर्शन को आज मन
तरपत हरी दर्शन को आज
बिन गुरु ज्ञान कहाँ से पाऊँ
आ आ आ, आ आ आ आ
बिन गुरु ज्ञान कहाँ से पाऊँ
दिजो दान हरी गुण गाऊँ
सब गुणी जन पे तुमरा राज
तरपत हरी दर्शन को आज मन
तरपत हरी दर्शन को आज
मुरली मनोहर आस ना तोड़ो

मुरली मनोहर मोहन गिरिधर हरी ॐ

हो दुख भंजन मोरा साथ ना छोड़ो

हरी ओम, हरी ओम,हरी हरी ओम

मोहे दर्शन भिक्षा दे दो

मुरली मनोहर मोहन गिरिधर हरी ॐ

मोहे दर्शन भिक्षा दे दो आज, दे दो आज

मुरली मनोहर मोहन गिरिधर हरी ॐ
मुरली मनोहर मोहन गिरिधर हरी ॐ
मुरली मनोहर मोहन गिरिधर हरी ॐ
मुरली मनोहर मोहन गिरिधर हरी ॐ
मुरली मनोहर मोहन गिरिधर हरी ॐ (हरी ओम, हरी ओम)
मुरली मनोहर मोहन गिरिधर हरी ॐ (हरी ओम)
मुरली मनोहर मोहन गिरिधर हरी ॐ (हरी ओम)
मुरली मनोहर मोहन गिरिधर हरी ॐ (आ)
मुरली मनोहर मोहन गिरिधर हरी ॐ (आ)

Written by:
Naushad, Shakeel Baduyani

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

Lyrics powered by Lyric Find

Mohammed Rafi

Mohammed Rafi

View Profile