Alka Yagnik - Masoom Chehra [Female]

मासूम चेहरा निगाहें फरेबी
लबों पे हसनी और दिल में दग़ा है

हा हा हा हा

मासूम चेहरा निगाहें फरेबी
लबों पे हसनी और दिल में दग़ा है
मिले दोस्त जिसको येाँ तेरे जैसा
मिले दोस्त जिसको येाँ तेरे जैसा
उसे दुश्मनों की ज़रुरत है क्या है
मासूम चेहरा निगाहें फरेबी
लबों पे हसनी और दिल में दग़ा है आ आ आ

आ आ आ आ

दिल तोड़ दिया क्यू इतना बता दे
फिर बाद में बेवफा जो चाहे मुझको सजा दे
दिल तोड़ दिया क्यू इतना बता दे
फिर बाद में बेवफा जो चाहे मुझको सजा दे
तेरी बेरुखी से परेशान हूँ में
तेरी बेरुखी से परेशान हूँ में
न आये समझ में ये क्या माजरा है
मासूम चेहरा निगाहें फरेबी आ आ आ
लबों पे हसनी और दिल में दग़ा है

हा हा हा

क्या उसको कहें जो कसमों को भूले
अपनों से करके जफ़ा गैरों की बाहों मे झूले
आ आ आ आ
नज़र में बसा के नज़र फेर लेना
नज़र में बसा के नज़र फेर लेना
ये कैसी मोहब्बत ये कैसी वफ़ा है
मासूम चेहरा निगाहें फरेबी आ आ
लबों पे हसनी और दिल में दग़ा है

हा हा हा हा हा

जो भरता नहीं वो ज़ख्म दिया है आ आ
मुझको नहीं प्यार को बदनाम तूने किया है
जो भरता नहीं वो ज़ख्म दिया है
मुझको नहीं प्यार को बदनाम तूने किया है
जिसे मैंने पूजा मसीहा बना के
जिसे मैंने पूजा मसीहा बना के
न था ये पता पत्थरो का बना है
मासूम चेहरा निगाहें फरेबी
लबों पे हसीं और दिल में दग़ा है
मिले दोस्त जिसको येाँ तेरे जैसा
उसे दुश्मनों की ज़रुरत है क्या है
मासूम चेहरा निगाहें फरेबी
लबों पे हसनी और दिल में दग़ा है

Written by:
SAMEER, SANJEEV DARSHAN

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

Lyrics powered by Lyric Find

Alka Yagnik

Alka Yagnik

View Profile