Javed Ali - Maula Maula

मौला मौला रे मौला मौला रे
मौला मौला रे मौला मौला रे
उड़ते हैं पांच्ची तो
कहती यह उनसे हवा
मांझील कहा है तू जाता हैं
कहा यह तू बता
उड़ते हैं पांच्ची तो
कहती यह उनसे हवा
मांझील कहा है तू जाता हैं
कहा यह तू बता
परवाज़ दे ओर यह
मुझको उड़ाएगी
मांझील मेरी जो
मुझको दिखाएगी
परवाज़ दे ओर यह
मुझको उड़ाएगी
मांझील मेरी जो
मुझको दिखाएगी
मौला मेरे मौला
मौला मेरे मौला
उड़ते हैं पांच्ची तो
कहती यह उनसे हवा
मांझील कहा है तू जाता हैं
कहा यह तू बता
सेहरा तू सागर बना है
किस तरहा कुच्छ तो बता दे
चूम कर साहिल का चेहरा
हँसके सागर ने कहा यह
मेरा हैं क्या में
तो कुच्छ भी नही
जी करता करम
हैं मुझपे वहीं
मेरा हैं क्या में
तो कुच्छ भी नही
जी करता करम
हैं मुझपे वहीं
मौला मेरे मौला
मौला मेरे मौला
उड़ते हैं पांच्ची तो
कहती यह उनसे हवा
मांझील कहा है तू जाता हैं
कहा यह तू बता

कुच्छ भी नही था इस जहाँ मैं
फिर भी कोई था यहाँ पे
मैं यह सोचु कौन था वो
जलवा कर जो आता जहा पे
सजदे करू अपना सर झुका
मैं धेखा नही फिर भी
मैं उनको ही चाहू
सजदे करू अपना सर झुका
मैं धेखा नही फिर भी
मैं उनको ही चाहू
मौला मेरे मौला
मौला मेरे मौला
उड़ते हैं पांच्ची तो
कहती यह उनसे हवा
मांझील कहा है तू जाता हैं
कहा यह तू बता
परवाज़ दे ओर यह
मुझको उड़ाएगी
मांझील मेरी जो
मुझको दिखाएगी
परवाज़ दे ओर यह
मुझको उड़ाएगी
मांझील मेरी जो
मुझको दिखाएगी
मौला मेरे मौला
मौला मेरे मौला.मौला मौला रे मौला मौला रे
मौला मौला रे मौला मौला रे

Written by:
ASAD AJMERI, RAJENDRA SHIV

Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Royalty Network, Shemaroo Entertainment Limited

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Javed Ali

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