Chitra Singh - Mere Dukh Ki Koi Dawa Na Karo

मेरे दुख की कोई दवा न करो
मेरे दुख की कोई दवा न करो
मुझ को मुझ से अभी जुदा न करो
मेरे दुख की कोई दवा न करो

ना-ख़ुदा को ख़ुदा कहा है तो फिर
ना-ख़ुदा को ख़ुदा कहा है तो फिर
डूब जाओ, ख़ुदा-ख़ुदा न करो
डूब जाओ, ख़ुदा-ख़ुदा न करो
मेरे दुख की कोई दवा न करो

ये सिखाया है दोस्ती ने हमें
ये सिखाया है दोस्ती ने हमें
ये सिखाया है दोस्ती ने हमें
दोस्त बनकर कभी वफ़ा न करो
दोस्त बनकर कभी वफ़ा न करो
मेरे दुख की कोई दवा न करो

इश्क़ है इश्क़, ये मज़ाक नहीं
इश्क़ है इश्क़, ये मज़ाक नहीं
चंद लम्हों में फ़ैसला न करो
चंद लम्हों में फ़ैसला न करो
मेरे दुख की कोई दवा न करो

आशिक़ी हो के बंदगी फ़ाकिर
आशिक़ी हो के बंदगी फ़ाकिर
आशिक़ी हो के बंदगी फ़ाकिर
बे-दिली से तो इब्तिदा न करो
बे-दिली से तो इब्तिदा न करो
मेरे दुख की कोई दवा न करो
मुझ को मुझ से अभी जुदा न करो
मेरे दुख की कोई दवा न करो

Written by:
Sudarshan Faakir, Jagjit Singh

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Chitra Singh

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