Kishore Kumar - Meri Jaan Meri Jaan Kehna Mano
मेरी जाँ मेरी जाँ केहना मानो
मेरी जाँ मेरी जाँ केहना मानो
हो ओओओओओ दुश्मन है जहाँ रुत पेहचानो
कटेगी न ये डगर बिना एक हमसफ़र
फिर क्यों ना बंदे को अपना ही जानो ओओओओओओ
मेरी जाँ मेरी जाँ केहना मानो
कोई भी गाड़ी दुनिया में एक पहिये से नहीं चलती
चले नहीं ज़िन्दगी बिन साथ के
देखो तुम्हारी पायल भी एक घुँघरू से नहीं बजती
बजती हैं तालियाँ दो हाथ से
मेरे संग आजाओ बुरा मत मानो ओओओओओओ
मेरी जाँ मेरी जाँ केहना मानो
मैं भी नहीं कुछ तुमसे कम तुम जो नहीं रुकने वाले
ढंग मेरे हाथ में हैं और भी
तुमको हँसा के छोड़ूँगा तोड़ के होंठों के ताले
समझ लो मैं हूँ सनम दिल चोर भी
अपने जैसा मुझे भी जानो ओओओओओ
मेरी जाँ मेरी जाँ केहना मानो
हो ओ ओ ओ ओ ओ दुश्मन है जहाँ रुत पेहचानो
कटेगी न ये डगर बिना एक हमसफ़र
फिर क्यों ना बंदे को अपना ही जानो ओओओओओओ
मेरी जाँ मेरी जाँ केहना मानो
Written by:
Majrooh Sultanpuri, R D Burman
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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