Geeta Dutt - Meri Jaan Mujhe Jaan Na Kaho
मेरी जान मुझे जान ना कहो मेरी जान
मेरी जान मेरी जान
मुझे जान ना कहो मेरी जान
मेरी जान मेरी जान
जान ना कहो अंजान मुझे जान कहा रहती है सदा
जान ना कहो अंजान मुझे जान कहा रहती है सदा
अंजाने क्या जाने जान के जाए कौन भला
मेरी जान मुझे जान ना कहो मेरी जान
मेरी जान मेरी जान
सूखे सावन बरस गये कितनी बार इन हाथो से
सूखे सावन बरस गाए कितनी बार इन हाथो से
दो बूंदे ना बरसे इन भीगी पलको से
मेरी जान मुझे जान ना कहो मेरी जान
मेरी जान मेरी जान
होठ झुके जब होठ पर हा उलझी है सांसो मे
होठ झुके जब होठ पर हा उलझी है सांसो मे
दो जुड़वा होठ की बात कहो आँखो से
मेरी जान मुझे जान ना कहो मेरी जान
मेरी जान मेरी जान
मुझे जान ना कहो मेरी जान
मेरी जान
Written by:
Gulzar, Kanu Roy
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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