Kishore Kumar and Lata Mangeshkar - Mile Mile Do Badan
मिले मिले दो बदन (मिले मिले दो बदन)
खिले खिले दो चमन (खिले खिले दो चमन)
ये ज़िन्दगी कम ही सही (ये ज़िन्दगी कम ही सही)
कोई ग़म नहीं (कोई ग़म नहीं)
मिले मिले दो बदन (मिले मिले दो बदन)
खिले खिले दो चमन (खिले खिले दो चमन)
ये ज़िन्दगी कम ही सही (ये ज़िन्दगी कम ही सही)
कोई ग़म नहीं (कोई ग़म नहीं)
कोई ग़म नहीं (कोई ग़म नहीं)
देर से आई, आई वो बहार
अंगारों पे सोकर, जागा प्यार
तूफ़ानों में फूल खिलाए
तूफ़ानों में फूल खिलाए, कैसा ये मिलन
मिले मिले दो बदन (मिले मिले दो बदन)
खिले खिले दो चमन (खिले खिले दो चमन)
ये ज़िन्दगी कम ही सही (ये ज़िन्दगी कम ही सही)
कोई ग़म नहीं (कोई ग़म नहीं)
कोई ग़म नहीं (कोई ग़म नहीं)
होंठ वही हैं है वही मुस्कान
अब तक क्यों कर, दबे रहे अरमान
बीते दिनों को भूल ही जाएँ
बीते दिनों को भूल ही जाएँ, अब हम-तुम सजन
मिले मिले दो बदन (मिले मिले दो बदन)
खिले खिले दो चमन (खिले खिले दो चमन)
ये ज़िन्दगी कम ही सही (ये ज़िन्दगी कम ही सही)
कोई गम नहीं (कोई ग़म नहीं)
कोई ग़म नहीं (कोई ग़म नहीं)
कोई ग़म नहीं (कोई ग़म नहीं)
Written by:
KALYANJI ANANDJI, RAJENDRA KRISHAN
Publisher:
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