Hariharan - Muddaton Baad Surat

मुद्दतों बाद वो सूरत जो दिखायी दी है
मुद्दतों बाद वो सूरत जो दिखायी दी है
दिल की धड़कन मुझे आँखों से सुनाई दी है
मुद्दतों बाद वो सूरत जो दिखायी दी है
दिल की धड़कन मुझे आँखों से सुनाई दी है
मुद्दतों बाद

शाम से जाग रही हैं वो निंदासी आँखें
शाम से जाग रही हैं वो निंदासी आँखें
डूबते चांद ने खिड़की से बधाई दी है
डूबते चांद ने खिड़की से बधाई दी है
दिल की धड़कन मुझे आँखों से सुनाई दी है
मुद्दतों बाद

उस जनम में भी मुलाकात की उम्मीद नहीं
उस जनम में भी मुलाकात की उम्मीद नहीं
इस जनम ने तो जनम भर की जुदाई दी है
इस जनम ने तो जनम भर की जुदाई दी है
दिल की धड़कन मुझे आँखों से सुनाई दी है
मुद्दतों बाद

हमने पहले भी ये ख्वाबों का सफर देखा है
हमने पहले भी ये ख्वाबों का सफर देखा है
धूप इतनी थी के सेहेरा ने दुहाई दी है
धूप इतनी थी कि सेहेरा ने दुहाई दी है
दिल की धड़कन मुझे आँखों से सुनाई दी है
मुद्दतों बाद वो सूरत जो दिखायी दी है
दिल की धड़कन मुझे आँखों से सुनाई दी है
मुद्दतों बाद

Written by:
HARIHARAN, QAISAR JAFFARI

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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