Armaan Malik - Mujhko Barsaat Bana Lo
हम्म्म्म हम्म्म्म हम्म्म्म हम्म्म्म
मुझको बरसात बना लो
एक लम्बी रात बना लो
अपने जज़्बात बना लो जाना
मुझको अलफ़ाज़ बना लो
दिल की आवाज़ बना लो
गहरा सा राज़ बना लो जाना
नशा हूँ मैं बहकने दो
मेरे कातिल मुझे जीने का हक तो दो
मुझको बरसात बना लो
एक लम्बी रात बना लो
अपने जज़्बात बना लो जाना
मुझे अपने सिरहाने पे
थोड़ी सी जगह दे दो
मुझे नींद न आने की
कोई तो वजह दे दो
मुझे अपने सिरहाने पे
थोड़ी सी जगह दे दो
मुझे नींद न आने की
कोई तो वजह दे दो
हवा हूँ मैं लिपटने दो
मेरे कातिल मुझे जीने का हक तो दो
मुझको बरसात बना लो
एक लम्बी रात बना लो
अपने जज़्बात बना लो जाना
तेरे संग गुज़र जाए
ये उम्र जो बाकी है
हँस दो न ज़रा खुल के
काहे की उदासी है
तेरे संग गुज़र जाए
ये उम्र जो बाकी है
हँस दो न ज़रा खुल के
काहे की उदासी है
सुबह हूँ मैं आने दो
मेरे कातिल मुझे जीने का हक तो दो
मुझको बरसात बना लो
एक लम्बी रात बना लो
अपने जज़्बात बना लो जाना
मुझको बरसात बना लो
एक लम्बी रात बना लो
अपने जज़्बात बना लो जाना
Written by:
ANDY TAYLOR, JOHN TAYLOR, NICK RHODES, ROGER TAYLOR, SIMON LE BON
Publisher:
Lyrics © Universal Music Publishing Group, Sony/ATV Music Publishing LLC
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