Kishore Kumar, Sachin Gupta and Nitish R Kumar - Muqaddar Ka Sikandar [Lofi]
हे हे रोते हुए आते हैं सब
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
रोते हुए आते हैं सब
हंसता हुआ जो जायेगा
वो सिकंदर क्या था जिसने ज़ुल्म से जीता जहां
वो सिकंदर क्या था जिसने ज़ुल्म से जीता जहां
प्यार से जीते दिलों को वो झुका दे आसमान
जो सितारों पर कहानी प्यार की लिख जायेगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा
ज़िंदगी तो बेवफा है एक दिन ठुकराएगी
ज़िंदगी तो बेवफा है एक दिन ठुकराएगी
मौत महबूबा है अपने साथ लेकर जाएगी
मर के जीने की अदा जो दुनिया को सिखलाएगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा
हमने माना ये ज़माना दर्द की जागीर है
हमने माना ये ज़माना दर्द की जागीर है
हर कदम पे आंसुओं की इक नयी ज़ंजीर है
छा ग़म पर जो खुशी के गीत गाता जाएगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
जानेमन केहलाएगा जानेमन केहलाएगा
Written by:
ANANDJI KALYANJI, ANJAAN, ANANDJI V SHAH, KALYANJI VIRJI SHAH
Publisher:
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