Kishore Kumar, Anandji and Kalyanji - Muqaddar Ka Sikandar

हे हे रोते हुए आते हैं सब
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा

वो सिकंदर क्या था जिसने ज़ुल्म से जीता जहां
वो सिकंदर क्या था जिसने ज़ुल्म से जीता जहां
प्यार से जीते दिलों को वो झुका दे आसमान
जो सितारों पर कहानी प्यार की लिख जायेगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा

ज़िंदगी तो बेवफा है एक दिन ठुकराएगी
ज़िंदगी तो बेवफा है एक दिन ठुकराएगी
मौत महबूबा है अपने साथ लेकर जाएगी
मर के जीने की अदा जो दुनिया को सिखलाएगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा

हमने माना ये ज़माना दर्द की जागीर है
हर कदम पे आंसुओं की इक नै ज़ंजीर है
हमने माना ये ज़माना दर्द की जागीर है
हर कदम पे आंसुओं की इक नै ज़ंजीर है
आए दिन पर जो खुशी के गीत गाता जाएगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जायेगा
वो मुक़द्दर का सिकंदर
वो मुक़द्दर का सिकंदर जानेमन केहलाएगा
जानेमन केहलाएगा
जानेमन केहलाएगा


Written by:
ANANDJI KALYANJI, ANJAAN, ANANDJI V SHAH, KALYANJI VIRJI SHAH

Publisher:
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Kishore Kumar, Anandji and Kalyanji

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