Kishore Kumar and Lata Mangeshkar - Paas Nahin Aana Bhool Nahin Jana
पास नहीं आना
दूर नहीं जाना
पास नहीं आना दूर नहीं जाना
तुम को सौगन्ध है के आज मोहब्बत बंद है
पास नहीं आना दूर नहीं जाना
तुम को सौगन्ध है के आज मोहब्बत बंद है
पहले तू आग भड़काती है
फिर दिल कि प्यास तू बुझाती हे
हे पहले तू आग भड़काती है
फिर दिल कि प्यास तू बुझाती हे
तेरी यही अदा तो मुझ को पसंद है
अच्छा हाँ हाँ मगर आज मोहब्बत बंद है
पास नहीं आना दूर नहीं जाना
तुम को सौगन्ध है के आज मोहब्बत बंद है
कितना कितना मज़ा है ऐसे जीने में
धक् धक् भी होती नहीं सीने में
कितना मज़ा है ऐसे जीने में
धक् धक् भी होती नहीं सीने में
कोई बेचैनी नहीं कितना आनंद है
के आज मोहब्बत बंद हे
पास नहीं आना दूर नहीं जाना
तुम को सौगन्ध है के आज मोहब्बत बंद है
मत छेड़ अपने दीवाने को
रेहने दे तू इस बहाणे को
मत छेड़ अपने दीवाने को
रेहने दे तू इस बहाणे को
होठों पे न है मगर दिल तो रज़ामंद है
रज़ामंद है मगर आज मोहब्बत बंद है
पास नहीं आना दूर नहीं जाना
तुम को सौगन्ध है के आज मोहब्बत बंद है
पास नहीं आना दूर नहीं जाना
तुम को सौगन्ध है के आज मोहब्बत बंद है
Written by:
ANANDSHI BAKSHI, R D Burman
Publisher:
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