Hariharan - Phool Ke Aas Pas
फूल के आस पास रहते हैं
फूल के आस पास रहते हैं
फिर भी काँटे उदास रहते हैं
फूल के आस पास रहते हैं
फिर भी काँटे उदास रहते हैं
फूल के आस पास रहते हैं
मेरी पलके हैं और अश्क उनके
मेरी पलके हैं और अश्क उनके
मेरी पलके हैं और अश्क उनके
पैड दरिया के पास रहते हैं
पैड दरिया के पास रहते हैं
फूल के आस पास रहते हैं
इत्तिफ़ाक़न जो हंस लिए थे हुँने
इत्तिफ़ाक़न जो हंस लिए थे हुँने
इत्तिफ़ाक़न जो हंस लिए थे हुँने
इंटेक़ामान उदास रहते हैं
इंटेक़ामान उदास रहते हैं
फिर भी काँटे उदास रहते हैं
फूल के आस पास रहते हैं
चाँद लम्हात की खुशी के लिए
चाँद लम्हात की खुशी के लिए
चाँद लम्हात की खुशी के लिए
लोग बरसों उदास रहते हैं
लोग बरसों उदास रहते हैं
फिर भी काँटे उदास रहते हैं
फूल के आस पास रहते हैं
फूल के आस पास रहते हैं
Written by:
HARIHARAN, TAHIR FARAZ
Publisher:
Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC
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