Alka Yagnik and सौरभ पी. श्रीवास्तव - Raat Ke Baj Gaye Do

रात के बज गए दो हो
रात के बज गए दो
रात के बज गए दो
रात के बज गए दो
आ बज गए तो बजने दो
रात के बज गए दो हो
रात के बज गए दो
पल दो पल तो ठहरो ज़रा
प्यास दिल की बूजने तो दो
रात के बज गए दो हो
रात के बज गए दो
रात के बज गए दो हो
रात के बज गए दो

ये चाँद भी इस रात से
प्यार की बाते करने लगा है
समझो जरा कुछ तो सनम
दिल क्यों तुम पे मरने लगा है
छोडो तुम ये दीवानगी
तुम भी कुछ समझा करो
रात के बज गए दो हो
रात के बज गए दो

ऐ काश के ये वक़्त जो
थम जाये तो कितना अच्छा हो
बस पास हो तन्हाईया
कुछ हम कहें और तुम कुछ कहो
हम को कुछ कहना नहीं
बाबा हम को माफ़ करो
रात के बज गए दो हो
रात के बज गए दो
बज गए तो बजने दो
रात के बज गए दो हो
रात के बज गए दो
रात के बज गए दो हो
रात के बज गए दो

Written by:
DEV KOHLI, ISRAR ANSARI SUMAN SARI, RAAM LAXMAN

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Alka Yagnik and सौरभ पी. श्रीवास्तव

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