Sonu Nigam and Alka Yagnik - Rafta Rafta
रफ़्ता रफ़्ता रफ़्ता रफ़्ता
रफ़्ता रफ़्ता रफ़्ता रफ़्ता
तू प्यार करेगी मुझसे रफ़्ता रफ़्ता
तू प्यार करेगी मुझसे रफ़्ता रफ़्ता
इकरार करेगी मुझसे रफ़्ता रफ़्ता
तू प्यार करेगी मुझसे इकरार करेगी मुझसे
इज़हार करेगी मुझसे रफ़्ता रफ़्ता
तू प्यार करेगी मुझसे रफ़्ता रफ़्ता
तू जान जाएगा मुझको पहचान जाएगा मुझको
तू मान जायगा मुझको रफ़्ता रफ़्ता
तू जान जाएगा मुझको रफ़्ता रफ़्ता
जाने बहार दिल मे उतार मैं हू तेरा दीवाना
आ जा करीब मेरे नसीब क्या कर लेगा ज़माना
कहती है ये मेरी बेरूख़ी झूठी है ये तेरी आशिक़ी
इनकार करेगी मुझसे इकरार करेगी मुझसे
इज़हार करेगी मुझसे रफ़्ता रफ़्ता
तू जान जाएगा मुझको रफ़्ता रफ़्ता
ओ ओ आ आ आ
ओ ओ आ आ आ
ओ ओ आ आ आ
ओ ओ आ आ आ
आँखे है लाल चेहरा गुलाल उफ़ तौबा क्या बला है
शोला बदन है तेरा अगर तो दिलबर भी दिलजला है
मानूंगी ना तेरी बात मैं आउंगी ना तेरे साथ मैं
आँख चार करेगी मुझसे इकरार करेगी मुझसे
इज़हार करेगी मुझसे रफ़्ता रफ़्ता
तू प्यार करेगी मुझसे रफ़्ता रफ़्ता
तू जान जाएगा मुझको पहचान जाएगा मुझको
तू मान जायगा मुझको रफ़्ता रफ़्ता
तू प्यार करेगी मुझसे रफ़्ता रफ़्ता
रफ़्ता रफ़्ता ओ ओ ओ ओ (रफ़्ता रफ़्ता)
रफ़्ता रफ़्ता (रफ़्ता रफ़्ता)
रफ़्ता रफ़्ता ओ (रफ़्ता रफ़्ता)
रफ़्ता रफ़्ता (रफ़्ता रफ़्ता)
Written by:
SAMEER, ANAND MILIND
Publisher:
Lyrics © Royalty Network, Songtrust Ave
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