Manna Dey - Rahne Ko Ghar Do
रहने को घर दो ओ ओ
रहने को घर दो ओ ओ
छत पे हो फर्श या फर्श पे छत हो
खिड़की विड़की बिजली विजली
घंटी वनटी कुछ नहीं चाहिए प्यारे
बस एक छोटा सा दरवाजा हो
रहने को घर दो ओ ओ
इंट पे इंट ज़मा कर लो ओ ओ
घर ऊपर ऊपर जाता है
घर ऊपर ऊपर जाता है
भाड़े से ऊँची buliding में ए ए
Buliding से ऊँचा भाड़ा है
Buliding से ऊँचा भाड़ा है
फर्श पे रहने वाले कैसे अर्श पे जाये
प्यारे रहने को घर दो दो दो
रहने को घर दो ओ ओ
छत पे हो फर्श या फर्श पे छत हो
खिड़की विड़की बिजली विजली
घंटी वनटी कुछ नहीं चाहिए प्यारे
बस एक छोटा सा दरवाजा हो
रहने को घर दो ह्म ओ ओ
थोड़ा सा जल थोड़े से चने एक चार दीवारी पांच जने
पांच पाण्डवा
युधिष्ठरा भीम अर्जुना नकूल सहदेवा
One four five five four one one four five five four one
थोड़ा सा जल थोड़े से चने एक चारदीवारी पांच जने
शहर में तेरे शरण बिना शरणार्थी हो गए प्यारे
कुटिया न सही कोई खाली कुँआ
ऊपर न सही तैखानो में
ऊपर न सही तैखानो में
खाली हो अगर तो जेल सही
शामिल कर लो दीवनो में कर लो
शामिल कर लो दिवानो में
आस पड़ोस उधार मिले तो कुछ नहीं चाहिए प्यारे
रहने को घर दो दो रहने को घर दो
छत पे हो फर्श या फर्श पे छत हो
खिड़की विड़की बिजली विजली
घंटी वनटी कुछ नहीं चाहिए प्यारे
बस एक छोटा सा दरवाजा हो
रहने को घर दो ओ ओ
रहने को घर दो ओ ओ
Written by:
Gulzar, KUMAR HEMANT
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find