Kavita Krishnamurthy and Mohammed Aziz - Sawan Ka Mahina Aa Gaya
हो हो आ
हम्म हम्म हो हा हा हो हा हा
दिन मे हो गयी रात अंधेरी
दिन मे हो गयी रात अंधेरी
मेरे प्यासे दिल पे तेरी
ज़ुल्फो का बदल छा गया
सावन का महीना आ गया
ओ सावन का महीना आ गया
हो दिन मे हो गयी रात अंधेरी
दिन मे हो गयी रात अंधेरी
मेरी प्यासी रूह पे तेरी
प्रीत का काजल छा गया
सावन का महीना आ गया
हो सावन का महीना आ गया
सावन का महीना आ गया हाय
सावन का महीना आ गया
ओ ये रिम झिम सावन की झड़िया
ये रिम झिम सावन की झड़िया
प्यार के सहरो की लड़िया
ये रिम झिम सावन की झड़िया
प्यार के सहरो की लड़िया
दूर नही अब मिलन की घड़िया
मेरे नैनो की गलियो मे मेरे नैनो की गलियो मे
तू सपने बिखरा गया
सावन का महीना आ गया आ गया
सावन का महीना आ गया
सावन का महीना आ गया हाय
सावन का महीना आ गया
प्यार भरे दो दिल जब डोले
उनसे निकले प्यार के शोले
प्यार भरे दो दिल जब डोले
उनसे निकले प्यार के शोले
आग लगी ये हौले हौले
इक आवारा पवन का झोंका
इक आवारा पवन का झोंका
शोलो को भड़का गया
सावन का महीना आ गया हो
सावन का महीना आ गया
हो दिन मे हो गयी रात अंधेरी
दिन मे हो गयी रात अंधेरी
मेरी प्यासी रूह पे तेरी
प्रीत का काजल छा गया
सावन का महीना आ गया
हो सावन का महीना आ गया
सावन का महीना आ गया हाय
सावन का महीना आ गया
Written by:
ANAND BAKSHI, RAHUL DEV BURMAN, ANANDSHI BAKSHI, R D Burman
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find