Lata Mangeshkar - Solah Baras Ki Bali Umar

हम्म हम्म आ आ आ आ आ
सोलह बरस की
सोलह बरस की बाली उमर को सलाम
ए प्यार तेरी पहली नज़र को सलाम
सलाम ए प्यार तेरी पहली नज़र को सलाम
दुनिया मे सबसे पहले जिसने ये दिल दिया
दुनिया के सबसे पहले दिलबर को सलाम
दिल से निकलने वाले रस्ते का शुक्रिया
दिल तक पहुँचने वाली डगर को सलाम
ए प्यार तेरी पहली नज़र को सलाम
सलाम ए प्यार तेरी पहली नज़र को सलाम

जिसमे जवान होकर बदनाम हम हुए
जिसमे जवान होकर बदनाम हम हुए
उस शहर उस गली उस घर को सलाम
जिसने हमे मिलाया जिसने हमे जुदा किया
उस वक्त उस घड़ी उस गजर को सलाम
ए प्यार तेरी पहली नज़र को सलाम
सलाम ए प्यार तेरी पहली नज़र को सलाम

मिलते रहे यहाँ हम ये है यहाँ लिखा
उस लिखावट की ज़ीरो ज़बर को सलाम
साहिल के रेत पर यू लहरा उठा ये दिल
सागर मे उठने वाली हर लहर को सलाम
इन मस्त गहरी गहरी आँखो की झील मे
जिसने हमे डुबोया उस भवर को सलाम
घूँघट को छोड कर जो सर से सरक गई
ऐसी निगोडी भानी चुनर को सलाम
उलफत के दुश्मनो ने
उलफत के दुश्मनो ने कोशिश हज़ार की
फिर भी नही झुकी जो उस नज़र को सलाम
ए प्यार तेरी पहली नज़र को सलाम
सोलह बरस की बाली उमर को सलाम
ए प्यार तेरी पहली नज़र को सलाम
सलाम ए प्यार तेरी पहली नज़र को सलाम

Written by:
Laxmikant Pyarelal, ANANDSHI BAKSHI, ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA

Publisher:
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