Geeta Dutt - Tadbeer Se Bigdi Huyi Taqdeer

हे हे हे हे हे हे हे हे हे
तदबीर से बिगड़ी हुई, तकदीर बना ले
तकदीर बना ले
अपने पे भरोसा है तो एक दाँव लगा ले
लगा ले दाँव लगा ले
तदबीर से बिगड़ी हुई, तकदीर बना ले
तकदीर बना ले
अपने पे भरोसा है तो एक दाँव लगा ले
लगा ले दाँव लगा ले

हे हे हे हे हे

डरता है जमाने की निगाहों से भला क्यों
निगाहों से भला क्यों
डरता है जमाने की निगाहों से भला क्यों
निगाहों से भला क्यों
इन्साफ तेरे साथ है, इल्ज़ाम उठा ले
इल्ज़ाम उठा ले
अपने पे भरोसा है तो एक दाँव लगा ले
लगा ले दाँव लगा ले

हे हे हे हे

क्या ख़ाक वो जीना है, जो अपने ही लिए हो
अपने ही लिए हो
क्या ख़ाक वो जीना है, जो अपने ही लिए हो
अपने ही लिए हो
खुद मिट के किसी और को मिटने से बचा ले
मिटने से बचा ले
अपने पे भरोसा है तो एक दाँव लगा ले
लगा ले दाँव लगा ले
हे हे हे हे

हे हे हे हे

टूटे हुए पतवार है, कश्ती के तो हम क्या
हारी हुई बाहों को ही पतवार बना दे
पतवार बना दे
अपने पे भरोसा है तो एक दाँव लगा ले
लगा ले दाँव लगा ले
तदबीर से बिगड़ी हुई, तकदीर बना ले
तकदीर बना ले
अपने पे भरोसा है तो एक दाँव लगा ले
लगा ले दाँव लगा ले

Written by:
S D Burman, Sahir Ludhianvi

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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