Javed Ali - Thare Khatir

तारे खातिर मॅन यह मारा
फिरता हैं रे मारा मारा
तारे खातिर मॅन यह मारा
फिरता हैं रे मारा मारा
तोल मोल के देख लिया रे
तोल मोल के देख लिया रे
तारे बिन ना मारा गुज़रा
तारे खातिर मॅन यह मारा
फिरता हैं रे मारा मारा
तारे खातिर मॅन यह मारा
फिरता हैं रे मारा मारा
तोल मोल के देख लिया रे
तोल मोल के देख लिया रे
तारे बिन ना मारा गुज़रा
तारे खातिर मॅन यह मारा
फिरता हैं रे मारा मारा

जीवन नैया के दो पया
आज रेत मैं अरे हासें पड़े रे
जीवन नैया के दो पया
आज रेत मैं अरे हासें पड़े रे
अगर बारिश हो तारे माहेर की
फिर से डगर पे अरे चल पड़े रे
हाल यह मारा तू क्या जाने ओ ओ
हाल यह मारा तू क्या जाने
तारे बिन ना पल भी गवारा
तारे खातिर मॅन यह मारा
फिरता हैं रे मारा मारा

कन ना कुंडल ओ हाथ का मंडल
तारे दरस को मैं भटक रहा रे
कन ना कुंडल ओ हाथ का मंडल
तारे दरस को मैं भटक रहा रे
खोज मैं तरी कब से पिया मैं
दर दर सर यह अरे पटक रहा रे
मैं ना जानू तूही जाने ओ ओ
मैं ना जानू तूही जाने
कब होगा दीदार हा तारा रे
तारे खातिर मॅन यह मारा
फिरता हैं रे मारा मारा
तोल मोल के देख लिया रे
तोल मोल के देख लिया रे
तारे बिन ना मारा गुज़रा
तारे खातिर मॅन यह मारा.
तारे बिन ना मारा गुज़रा
तारे खातिर मॅन यह मारा.

Written by:
PRAVEEN DABAS, RAJENDRA SHIV

Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Royalty Network, Shemaroo Entertainment Limited

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